यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 27 मार्च 2013

होली के रंग


होली के रंग

होली के रंग छाँयेगे
कोई न हो उदास ।
मौसम ही सब समायेगे
कोई न हो उदास ।

नदियाँ ही रँग लाई हैं
तितली के पँखों से
ध्वनियाँ मधुर सुनाई दें
पूजा के शँखो से
पँछी भी चहचहायेगे
आ जाये आस पास ।
होली के रँग छायेगे
कोई न हो उदास ।

पुरवाईयो ने बाग बाग
पात   झराये
बागो से उड़ी खुशबूओं ने
भँबरे   बुलाये
अमिया हुई सुनहरी
मौसम का  है अंदाज ।
बोली के ढँग आयेगें
कोई न हो उदास ।
होली के रँग छाँयेगे
कोई न हो उदास ।

कमलेश कुमार दीवान
26/02/10

3 टिप्‍पणियां:

  1. होली मुबारक
    आपकी पोस्ट कल के चर्चा मंच पर है

    जवाब देंहटाएं
  2. नदियाँ ही रंग लाई हैं, तितली के पंखों से,
    ध्वनियाँ मधुर सुनाई दे, पूजा के शंखों से,

    वाह वाह !!! क्या शब्द विन्यास है...

    बहगुत खूब श्रीमान...

    जवाब देंहटाएं

  3. बहुत सुन्दर।। होली की हार्दिक शुभकामनाएं
    पधारें कैसे खेलूं तुम बिन होली पिया...

    जवाब देंहटाएं